पश्चिमेश्वर शनि धाम फाउंडेशन
CIN NO. :- U85310UP2020NPL129037 REGISTRATION NO. 129037
पष्टिचमेश्वर शनि न्याय के देवता, ग्रहों में सबसे धीमी चाल के कारक, रात्रि के स्वामी श्री शनि देव उन्नीस साल आप पर प्रभाव डालते हैं। ऐसे शनि देव की दुनिया में सबसे वृहद् मंदिर की कल्पना को मूर्त स्वरूप देने को इस फाउंडेशन का निर्माण किया गया है। जो कि पूरी तरह से आप सबके धन और परिश्रम से चलेगा। आइए इस पश्चिमेश्वर शनि धाम के बारे में हम आपको बताते है :- यह मंदिर 108 बीघा में निर्मित होगा। यह सिर्फ पश्चिम मुखी ही होगा। यही इस मंदिर की मुख्य विशेषता होगी। इस मंदिर में शनि देव के साथ साथ, पंचमुखी हनुमान और यमराज की भी मूर्तियाँ होंगी। इस मंदिर में एक 'शनि सरोवर' के नाम से तालाब भी होगा, जो अपने विशेष आकार और लाभ के लिए जाना जाएगा। जिस तालाब में स्नान से हर प्रकार के त्वचा सम्बन्धी बीमारी से मुक्ति मिलेगी। इसके लिए बहुत से दिव्य शोध और प्रयोग, स्वतः मैं कर रहा हूँ। इसका परिणाम सौ फीसदी होगा। इस मंदिर के प्रांगड़ में एक भोजनालय होगा, जो न्यूनतम मूल्य ( 10/- ) पर पेट भर भोजन प्रदान करेगा, जो कि 24 घंटे सातो दिन चलता रहेगा। जहां का चूल्हा कभी ठंडा नहीं पड़ेगा। इस मंदिर में एक 'प्रायश्चित भवन' का निर्माण होगा। जिसमें 8 ब्राह्मण, 8-8 घंटे के अंतराल पर (3 समूह में) मंत्र जपते हुए अंदर आए हुए आगंतुकों को निष्पाप होने का वरदान प्रदान करेंगे। यह प्रायश्चित भवन की विशेषता होगी कि इसके चारो तरफ 24 घंटे मंत्र जाप चलता रहेगा। इसकी बुकिंग केवल एप्लिकेशन से ही हो सकेगा। यह सशुल्क सेवा होगा जिसका पेमेंट सिर्फ ऑनलाइन ऐप से ही संभव होगा। मंदिर में अलग अलग तरह की आरती, पूजा आदि से प्राप्त दक्षिणा के द्वारा प्राप्त धन से ही सारे खर्चे निकाले जाएँगे।
शनि शरणं गच्छामि मंदिर के पीछे के भाग में अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस, वन बी एच के स्टूडीओ अपार्टमेंट और सुईट बनवाए जाएँगे, जहां वृद्धों के रहने और खाने की व्यवस्था होगी। ये वो वृद्ध होंगे जिनका आगे पीछे कोई नहीं होगा। ऐसे वृद्धों के मृत्यू तक की पूरी जिम्मेदारी फाउंडेशन की होगी। इन वृद्धों की जो सम्पदा होगी, चल अचल सब कुछ फाउंडेशन का हो जाएगा। यह फाउंडेशन कुँवारी कन्याओं की शादी करवाने के साथ साथ, पूरे देश में अस्पताल, विश्वविद्यालय बनवाता रहेगा। यह फाउंडेशन चिकित्सा और शिक्षा में हर प्रकार से औव्वल आने का प्रयास करेगा। इस फाउंडेशन का सम्पूर्ण अधिकार संतोष उपाध्याय जी के पास सुरक्षित रहेगा। इस मंदिर के निर्माण में लगभग 500 करोड़ का खर्च आएगा। जो सिर्फ आपके, आप सबके सहयोग से ही एकत्रित होगा। 1 रुपए से लेकर जितना संभव हो आप सब खुल के धन और अचल संपत्ति का दान कर सकते हैं।